सन्तमति का अर्थ किसी विशिष्ट तरीके से कपड़े पहनना नहीं है, बल्कि अपने कर्मों को सत्य, प्रेम, सहिष्णुता, करुणा और निस्वार्थ सेवा से अलंकृत करना है।
निरंकारी रहमतें
सन्तमति का अर्थ किसी विशिष्ट तरीके से कपड़े पहनना नहीं है, बल्कि अपने कर्मों को सत्य, प्रेम, सहिष्णुता, करुणा और निस्वार्थ सेवा से अलंकृत करना है।