सन्त निरंकारी Sant Nirankari चैरिटेबल फाउंडेशन | Sant Nirankari Charitable Foundation
जीवन तभी सार्थक है जब यह दूसरों के लिए जिया जाए
Index
सन्त निरंकारी Sant Nirankari चैरिटेबल फाउंडेशन की स्थापना कब हुई ?
निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी ने निःस्वार्थ भाव से मानवता की सेवा के लिए वर्ष 2010 में सन्त निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन की स्थापना की।
सामाजिक कल्याण की गतिविधियों में बढ़-चढ़कर सेवाएं
सन्त निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन Sant Nirankari Charitable Foundation जाति, धर्म, रंग, नस्ल, संस्कृति और राष्ट्रीयता के भेदभाव से ऊपर उठकर सामाजिक कल्याण की गतिविधियों में बढ़-चढ़कर सेवाएं अर्पित कर रहा है।

जीवन का अर्थ तभी है अगर यह दूसरों के लिए जिया जाता है
आध्यात्मिक जागृति के प्रति प्रतिबद्धता के साथ-साथ सन्त निरंकारी मिशन इस आदर्श वाक्य को मूर्त रूप देता है कि ‘जीवन का अर्थ तभी है अगर यह दूसरों के लिए जिया जाता है
[ Nirankari Rehmatein ]।”
विशेष :- ब्रह्मज्ञान की प्राप्ति से प्रभु का दीदार किया जा सकता है
सन्त निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन Sant Nirankari Charitable Foundation का निर्माण क्यों हुआ ?
मिशन द्वारा सन्त निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन का निर्माण स्वास्थ्य, शिक्षा और मानव उत्थान (Heal, Enrich and Empowerment) के क्षेत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है।
सामाजिक कल्याण में सकारात्मक योगदान
सन्त निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन बेरोजगार युवाओं के कौशल विकास के लिए विभिन्न विशेष केंद्र चलाने के अलावा सामाजिक कल्याण इकाइयों में शिक्षण संस्थान जैसे पब्लिक स्कूल, पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज आदि के माध्यम से समाज में सकारात्मक योगदान दे रहा है।
राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न धर्मार्थ अस्पताल और औषधालय
इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न धर्मार्थ अस्पताल और औषधालय भी चलाए जा रहे हैं।
निरंकारी हेल्थ सिटी Nirankari Health City की विशेष परियोजना
सन्त निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन उत्तरी दिल्ली में निरंकारी हेल्थ सिटी की विशेष परियोजना पर भी तेजी से कार्य कर रहा है।
प्राकृतिक आपदाओं में तत्काल मदद
फाउंडेशन, समाज के असहाय और जरूरतमंद लोगों के उत्थान में योगदान के साथ-साथ प्राकृतिक आपदाओं बाढ़, भूकम्प आदि के अवसर पर पीड़ितों को तत्काल मदद पहुँचाने में भी कार्यरत है।
रक्त नाड़ियों में बहे, नालियों में नहीं
रक्त के अभाव की पूर्ति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सन् 1986 में सत्गुरु बाबा हरदेव सिंह जी और उनकी धर्म पत्नी पूज्य माता सविन्दर जी द्वारा व्यक्तिगत रूप से रक्तदान करने के साथ रक्तदान शिविर आरम्भ किए गए निरंकारी बाबा जी के कथन के अनुरूप कि- रक्त नाड़ियों में बहे, नालियों में नहीं इसी को ध्यान में रखते हुए निरंकारी रक्तदान शिविरों की श्रृंखला शुरू हुई जिसमें स्वैच्छिक रूप से रक्तदान किया जाता है। और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इसकी बहुत सराहना की गई। 5 सितम्बर 2021 तक मिशन द्वारा भारत में 6852 राष्ट्रीय रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया, जिसमें कुल 11,45,292 यूनिट रक्तदान किया गया।
कोविड महामारी के दौरान सहायता
वर्तमान कोविड महामारी के दौरान भी मिशन दुनिया भर में सभी प्रभावित भाई-बहनों की सहायतार्थ आगे आया है। सन्त निरंकारी मिशन ने प्रधानमंत्री राहत कोष के साथ-साथ कई राज्यों के मुख्यमंत्री राहत कोष में भी। आर्थिक योगदान दिया। लाखो जरूरतमंद परिवारों को लंगर बनाकर परोसने के साथ-साथ लाखों राशन किट भी बांटे गये।
स्वच्छता अभियान मुफ्त पी.पी.ई. किट, कोरेन्टाइन के लिए निरंकारी सत्संग भवनों को उपलब्ध कराना

स्वच्छता अभियान मुफ्त पी.पी.ई. किट, कोरेन्टाइन के लिए निरंकारी सत्संग भवनों को उपलब्ध कराना, टीकाकरण, रक्तदान अभियान आदि से मिशन ने नर सेवा नारायण पूजा का सुन्दर उदाहरण प्रस्तुत किया है।
पीने और सिंचाई हेतु जल
सन्त निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन Sant Nirankari Charitable Foundation ने महाराष्ट्र के तलासरी के आदिवासी क्षेत्र में पीने और सिंचाई हेतु जल उपलब्धता सुनिश्चित कराने के अलावा
तीन गांवों को उनके सर्वांगीण विकास हेतु गोद
हरियाणा के तीन गांवों को उनके सर्वांगीण विकास हेतु गोद लिया है।
मिशन के स्वयंसेवक मानवता की अनथक सेवा कर रहे हैं
आज सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के मार्गदर्शन में मिशन के स्वयंसेवक मानवता की अनथक सेवा कर रहे हैं ।
подключить интернет [url=https://www.domashnij-internet-v-moskve.ru]https://www.domashnij-internet-v-moskve.ru[/url].