आज 13 मार्च को Satguru Mata Sudiksha Ji Birthday 2023 में है
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निरंकारी सतगुरु माता जी का जीवन
जन्म
13 मार्च, 1985 को बाबा हरदेव सिंह जी और माता सविंदर जी के पवित्र परिवार में जन्मी तीन बहनों में सबसे छोटी सुदीक्षा जी अपने धैर्य, शक्ति, विश्वास और ज्ञान के कारण हमेशा सबसे अलग रहीं।

छात्र जीवन
उन्होंने अपने छात्र जीवन में हमेशा एक गुरसिख के गुणों को बरकरार रखा।
शिक्षा
उसने मनोविज्ञान में स्नातक किया है।
निरंकार में विश्वास
जीवन में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करने के बाद भी, सुदीक्षा जी का निरंकार में विश्वास कभी नहीं टूटा।
प्रेरणा स्रोत
वह हमेशा अपने आसपास के सभी लोगों के लिए शक्ति और आनंद का स्तंभ रही है।
सन्त निरंकारी मिशन की अगुवाई
16 जुलाई 2018 को जब माता सविंदर हरदेव जी महाराज ने उन्हें मिशन की अगुवाई करने की सेवा सौंपी, तो सद्गुरु माता सुदीक्षा जी ने विनम्रता से सिर झुकाया और दुनिया भर में सत्य और प्रेम के संदेश को फैलाने की बड़ी जिम्मेदारी स्वीकार की।
मार्गदर्शक
माता सुदीक्षा जी भक्तों, विशेषकर युवाओं को सदाचारी, अनुशासित और सार्थक मार्ग की ओर लगातार प्रेरित और मार्गदर्शन करती रही हैं।
सन्देश
वह मानती हैं और उपदेश देती हैं कि ईश्वर को जानना ही संतुलित और आनंदमय जीवन जीने का एकमात्र तरीका है।
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निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी का जन्म कब हुआ था ?

निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी का जन्म 13 मार्च, सन 1985 को हुआ था
निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी के पिता का नाम क्या है ?

निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी के पिता का नाम हरदेव सिंह जी है जो कि सन्त निरंकारी मिशन के चौथे सतगुरु थे.
निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी की माता जी का नाम क्या है ?

निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी की माता जी का नाम सविन्दर कौर जी है.
निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी का छात्र जीवन कैसा था ?

निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी ने अपने छात्र जीवन में हमेशा एक गुरसिख के गुणों को बरकरार रखा।
निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी की शिक्षा का क्षेत्र कैसा था ?

निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी ने मनोविज्ञान में स्नातक किया है।
निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी की के जीवन से हमें क्या सीख मिलती है ?

अपने जीवन में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करने के बाद भी, सतगुरु माता सुदीक्षा जी का निरंकार में विश्वास कभी नहीं टूटा।
निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी का सन्देश क्या है ?

निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी का समस्त मानव जाति के लिए यह सन्देश है कि सभी मानव / इन्सान एक ही प्रभु परमात्मा के अंश हैं और हर एक इन्सान, एक – दूसरे के प्रति प्यार, नम्रता, आदर और सत्कार का भाव रखें. सभी में आपसी भाईचारा हो और वक्त रहते अपने मूल की पहचान कर लें जो कि मानव का एकमात्र सर्वप्रथम लक्ष्य है प्रभु-परमात्मा का बोध हासिल करके उसे जानना और पाना, जब इन्सान को परमात्मा की प्राप्ति हो जाती है तो उसका जीवन धन्य हो जाता है. प्रभु प्राप्ति के पश्चात् उसका लोक सुखी और परलोक भी सुहेला हो जाता है.